30 की उम्र में इरेक्शन की समस्याएं आम हैं और कई पुरुषों द्वारा रिपोर्ट की जाती हैं। कमजोर इरेक्शन के कई कारण हो सकता है, जिसपे आज हम बात करेंगे। पेनिस में प्रॉपर इरेक्शन न बन पाना आदमी को खुद पर संदेह करता है और दिमाग पर भी महत्वपूर्ण प्रभाव डालता है।

स्तंभन दोष अब बुढ़ापे तक सीमित नहीं रह गया है। अधिक संख्या में कम उम्र के लड़के भी इस समस्या का शिकार हो रहे हैं। हालांकि आपको बता दें कि इरेक्शन पाने या बनाए रखने में असमर्थता जानलेवा भी हो सकती है।

सेक्स प्रॉब्लम्स कई कारणों से लंबे समय से चल रहे रिश्ते को भी ख़त्म कर देती हैं। ऐसे में एक व्यक्ति क्र जीवन में परेशानिया आती रहती हैं, और तनाव का स्तर बढ़ जाता है। 

ज्यादातर लोग सेक्स प्रॉब्लम्स को खुले में किसी से भी शेयर करने से कतराते हैं कि कहहि उनकी समस्याओं का मज़ाक न बन जाए. इस डर से आदमी बाहर किसी डॉक्टर की मदद भी नहीं ले पाता है।

हमारे समाज में सेक्स का नाम लेना तो दूर खुले  में सुनना भी बहुत बड़ी बात है। इस सोच की वजह से बहुत से लोग शर्मिंदगी महसूस करते है और खुद की समस्याओं को एक कमरे तक ही सीमित रखते है।

यह आपके जीवन को ख़ुशी-ख़ुशी जीने में बाधा डालता है और मानसिक स्वास्थ्य को भी खराब करता है। इसके अलावा, यह समस्या आपकी साथी की फीलिंग्स को भी नुकसान पहुंचा सकता है। 

सेक्स लाइफ अकेले आप पर निर्भर नहीं होती इसमें आपके पार्टनर की लाइफ भी जुड़ी होती है. यही सोच कुछ पुरुषो को अंदर से खोखला बना देता है, जिस कारण वह अकेला रहना ज्यादा पसंद करता है. 

ज़्यादा समय तक अकेला रहना इंसान को काफी हद तक बदल सकता है. आप चिड़चिड़े हो सकते हैं या आपके इमोशन खत्म हो सकते है. इंसान एक समाजिक प्राणी है जो समाज से अलग होकर काफी निराश हो सकता है. 

30 साल की उम्र में इरेक्टाइल डिसफंक्शन क्यों होता है?

इरेक्टाइल डिसफंक्शन भविष्य में दिल के दौरे की ससमया भी खड़ी कर सकता है। बदलती जीवनशैली ने जंक फूड और अस्वस्थ जीवन शैली को और अधिक बढ़ा दिया है। इसका कारण या तो लोग केवल पैसे के पीछे भागते हैं, या दूसरा पक्ष काम करने के लिए बहुत आलसी है।

खराब लाइफस्टइल, फ़ास्ट फ़ूड या जंक फ़ूड आदि समस्याओं को बुलावा देने का एक साधारण सा जरिया है।

इस तरह के खाने का गंद हमारी यह रक्त वाहिकाओं में वसा में जम जाता है, जिसे एथेरोस्क्लेरोसिस भी कहा जाता है। एथेरोस्‍कलेरोसिस में धमनियां सख्त या सिकुड़ जाती हैं। 

इसकी वजह से धमनियों में रक्‍त का प्रवाह अवरुद्ध होता है। इसे एथरोस्‍कलेरोटिक कार्डियोवस्‍कुलर डिजीज भी कहते हैं। इसके कारण हार्ट अटैक, स्‍ट्रोक और पेरिफेरल वस्‍कुलर डिजीज जैसी बीमारियों का खतरा रहता है।

 इसके आलावा शिश्न की धमनियां छोटी होती हैं,  जिस वजह से आपके शरीर में पर्याप्त रक्त प्रवाह नहीं हो पाता है जिसके कारण कुछ मामलों में पुरषो को कमजोर इरेक्शन की समस्या का समाना करना पढ़ता है। इस प्रकार की इरेक्टाइल डिसफंक्शन भविष्य में आने वाली समस्याओं के लिए एक चेतावनी संकेत है।

ध्यान रखें किसी भी उम्र में कमजोर इरेक्शन के नुकसान को हल्के में नहीं लेना चाहिए। हालांकि आपको इस समस्या का तुरंत का समाधान निकालना चाइए।

30 की उम्र में इरेक्शन की समस्या का सबसे आम कारण पोर्न एडिक्शन है। इंटरनेट के माध्यम से सेक्सुअल  कंटेंट को अधिक देखना कई ऐसी चीजों को दिमाग में डालता है जो सच में कभी होती भी नहीं है। इसके आलावा यह कई भ्रम को दिमाग में अपने आप पैदा कर देता है।

पुरुष इस तरह के कंटेंट की तकनीक और नई-नई चीजों से प्रभावित होते हैं, और यह देखने के लिए किसी विशेषज्ञ की आवश्यकता नहीं है कि यह सब स्क्रिप्टेड है और वास्तविकता में इसका कोई आधार नहीं है। लेकिन इसे अधिक व्यावहारिक विचार दिए बिना, पुरुष  इस तरह के कंटेंट से आदी हो जाते हैं।

यह आगे चलकर एक समय बाद स्तंभन दोष की समस्या पैदा करती है। इस विषय पर कई रिसर्च यह साबित कर चुकी हैं कि पोर्न की लत किसी भी अन्य लत की तरह दिमाग को मैसेज देती है।

इस मामले में आपको एक कदम पीछे हटने पर विचार करना चाहिए यदि-

  • अपने अन्य काम छोड़कर आप पोर्न देखना जरुरी समझते हैं. 
  • आप पोर्न देखने के लिए समय और स्थान की समझ खो देते हैं
  • आप रियल में सेक्स के दौरान पोर्न को देखना ज्यादा जरुरी समझने लगते हैं 
  • आप अपने साथी की जरूरतों से बचते हैं 
  • आप केवल पोर्न के माध्यम से ही खुद को संतुष्ट कर सकते हैं
  • पोर्न देखने के बाद बुरा लगना 

जब आप सेक्स करने का प्रयास करते हैं तो समय के साथ पोर्न देखना कमजोर इरेक्शन का कारण होता है। पुरुष सेक्स के दौरान इरेक्शन की कमी को देखते हैं लेकिन पोर्न देखते समय स्खलन (ejeculate) कर सकते हैं।

तो दोस्तों अब यह समझने का और महसूस करने का समय आ गया की इस तरह की लत लगने से आप अपनी सेक्स लाइफ को खराब कर रहे हैं। लेकिन चिंता न करें, खुद को बदलें क्योंकि यहां आपकी दुनिया खत्म नहीं हो रही है।

आप छोटे-छोटे कदम उठाकर खुद को इन चीजों से दूर कर सकते हैं। फ़िल्टर को ऑन करके और फ़ोन पर सभी स्पष्ट सामग्री को हटाकर नई शुरुआत करें। इसके बाद, अपने ट्रिगर पॉइंट्स पर काम करें और व्याकुलता रखने का प्रयास करें।

 दृढ़-इच्छाशक्ति बनाओ, और किसी भी किसी भी कीमत पर पोर्न पर वापस मत जाओ। इसमें बहुत अधिक इच्छाशक्ति और आत्म-संयम की आवश्यकता होगी लेकिन यकीन मानिए यह आपकी इस आदत को तोड़ने में मदद करेगा।

उपचार का दूसरा महत्वपूर्ण पहलू है अपने साथी से बात करना। खुलकर बात करें और उन्हें बताएं कि आप इस चीज को खुद से दूर करने का प्रयास कर रहें है और आप बेहतर बनने के लिए सब कुछ कर रहे हैं। उसका आत्मविश्वास बढ़ाएं । 

यदि आपको अधिक सहायता की आवश्यकता हो तो किसी सेक्सोलॉजिस्ट से बात करें। सेक्सोलॉजिस्ट आपके व्यक्तित्व के लिए उपयुक्त विशेषज्ञ ट्रिक्स और तकनीकों की सलाह दे सकते हैं।

आइल आलावा इरेक्टाइल डिसफंक्शन के अन्य कारण भी है जैसे हार्मोनल समस्या , मोटापा और स्वास्थ्य की स्थिति हैं। मोटापा कई स्वास्थ्य समस्याओं का मूल कारण है, और आप इसे नहीं जानते होंगे, लेकिन स्तंभन दोष उनमें से एक है।

तेज-तर्रार जीवन ने अधिक लोगों को तनाव, चिंता और अवसाद से झूझ रहे है। लगातार तनाव आपके दिमाग को सेक्स लाइफ से दूर कर सकता है। आपको शायद इसका एहसास न हो, लेकिन यह समय के साथ सेक्स करने में शारीरिक अक्षमता बन सकता है। संपूर्ण मानसिक स्वास्थ्य स्वस्थ यौन जीवन का मूल आधार है।

ऐसे में किसी सेक्सोलॉजिस्ट से बात करने से आपको मदद मिलेगी। एक सेक्सोलॉजिस्ट एक विशेषज्ञ होता है और आसानी से कमजोर इरेक्शन के कारण का पता लगा सकता है। कारण बहुस्तरीय और जटिल हैं, और सटीक कारण को इंगित करना एक विशेषज्ञ ही जान सकता है। पूरी तरह से शारीरिक और मनोवैज्ञानिक जांच से 30 साल की उम्र में इरेक्शन न होने की समस्याओं का सही पता चल जाएगा।

स्तंभन दोष के पीछे के कारण का पता लगाने के बाद, अगला कदम उपचार है। ज्यादातर मामलों का इलाज विशेषज्ञ की देखरेख में किया जा सकता है। एक डॉक्टर किसी विशेष मामले के अनुसार हार्मोनल थेरेपी, दवाएं, इंजेक्शन, पेनाइल पंप, शॉकवेव थेरेपी की सलाह दे सकते है।

सही और बेस्ट सलाह के लिए डॉ. अरोड़ा मेन्स वेलनेस क्लिनिक के सर्वश्रेष्ठ सेक्सोलॉजिस्ट से परामर्श लें।

मेडिकल इंटरवेंशन के अलावा, आप अपनी लाइफस्टाइल में सुधार कर के और सही प्रोटीन आहार लेकर भी खुद को ठीक करने में मदद कर सकते हैं। वजन का प्रबंधन इरेक्टाइल डिसफंक्शन सहित विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं से बचने में मदद कर सकता है। 

यह सिर्फ आपको ईडी होने पर ही नहीं बल्कि हमेशा करना चहिए।

एक हेल्दी सेक्स लाइफ जीने के लिए शराब को कम करना और धूम्रपान छोड़ना आवश्यक है। तनाव के स्तर को मैनेज करें और खुद को खुश रखें। छोटी-छोटी चीजों में खुशी खोजें और जीवन में रिश्तों को ज़्यादा महत्व दें।

अंत में 

30 की उम्र में इरेक्शन की समस्या अपेक्षाकृत आम होती जा रही है, जो कि ऐसा नहीं होना चाहिए। व्यर्थ चीजों के इर्द-गिर्द दौड़ना और अत्यधिक एक्सपोजर कमजोर इरेक्शन का प्रमुख कारण है। अपनी सीमाएं तय करना और स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना स्वस्थ जीवन जीने के सबसे महत्वपूर्ण पहलू हैं। विभिन्न कारणों से इरेक्शन का नुकसान समय पर और बहुत देर होने से पहले रोका जा सकता है।

इसके अलावा यदि एक अपनी सेक्स प्रॉब्लम्स से जुड़ी कोई भी परेशानी है तो आप किसी अच्छे सेक्योलॉजिस्ट या साइकोलॉजिस्ट के पास जा सकते हैं जो अपनी परेशानियों को कम करने में आपकी सहायता कर सकते हैं। 

यदि आप किसी अच्छे विशेष्ज्ञ कि तलाश कर रहे हैं तो यहाँ आप सेक्स संबंधित किसी भी सलाह या ज्ञान के लिए हमारे दिए गए  +919310123344 / +919357738797 / +919781078210 इन नंबरों पर कॉल कर सकते हैं। हम आपकी सहायता के लिए हम साइकोलॉजिस्ट डॉक्टर के साथ अपॉइंटमेंट बुक करवा सकते हैं।

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