यौन संबंध ईश्वर द्वारा बनाई गई एक नैचुरल क्रिया है। हालांकि इसमें भी बहुत सी ऐसी चीजें हैं जिनका ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है। सेक्स करना हर किसी को आता है लकिन सेफ सेक्स के बारे में बहुत से लोगों को ज्ञान नहीं है कि क्या और कैसे करना चाहिए।  

आज हम एक ऐसे विषय के बारे में बात करने वाले हैं जिसे लेकर बहुत से लोगों के मन में कई तरह के सवाल है जैसे क्या महिलाओं के पीरियड्स के दौरान यौन संबंध बना सकते हैं? 

यदि आपका भी यही सवाल है तो आप बेफिक्र रहें क्योंकि आज हम आपको इस टॉपिक से जुड़ी सारी अवधारणाओं से अवगत करवाएंगे। 

अक्सर जब महिला अपने मासिक धर्म में होती है तो कुछ लोग इस समय यौन संबंध (Sexual Relation) बनाने से बचते हैं, तो वहीं कुछ लोग इस समय सेक्शुअल रिलेशन बनाते हैं। 

हालांकि कुछ लोग इस बात को लेकर भर्मित रहते हैं कि पीरियड्स के दौरान सेक्स करना चाहिए या नहीं।  आइए आपको बताते हैं कि पीरियड्स के दैरान सेक्स या सेक्शुअल इंटरकोर्स आपके लिए सेफ है या नहीं। 

पीरियड्स के दौरान सेक्स 

पीरियड्स के दौरान सेक्स करना महिलाओं के लिए सही साबित हो सकता है।  विशेषज्ञ कहते हैं की यदि महिलाओं को पीरियड्स के दौरान क्रैम्प्स आदि आते हैं तो यह उस दर्द को कम करने में मदद कर सकता है।  

ऐसा इसलिए क्योंकि सेक्स करने के बाद हॉर्मोन, एंडोर्फिन और स्ट्रेस बस्टिंग केमिकल्स बनते हैं।  यह पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द से राहत दिला सकते हैं। 

लेकिन कुछ लोगों के दिमाग में यह घूमता है कि पीरियड्स के दौरान सेक्स करना उन्हें कई यौन संक्रमण से घेर सकता है जिसकी वजह से पुरुष इस दौरान कई खतरों से बचने के लिए सेक्स से दूर भागते हैं।  हालांकि यह सोचना उनका मान्य भी है।  

यदि आप पीरियड्स के दौरान सेक्स करने की चाह रखते हैं तो हम आपको बताएंगे कि आपको मासिक धर्म में किन-किन बातों का ध्यान देना चाहिए। 

आइए शुरू करते हैं- 

पीरियड्स के दौरान सेक्स करते समय रखें इन बातों का ख्याल 

तो चलिए आपकी सेक्स लाइफ को और बेहतरीन और सेफ बनाने के लिए जानते हैं उन तरीकों के बारे में जिसके जरिए आप अपनी महिला पार्टनर को मासिक धर्म मर भी चरम सुख का आभास करवा सकते हैं- 

  • बेड पर कोई ऐसी चादर बिछा लें जिसे आप बाद में चेंज कर सकें-  परियड्स के समय सेक्स करना आम दिनों के मुताबिक थोड़ा मुश्किल होता है।  क्योंकि इस समय जब महिला की योनि से रक्त प्रवाह होता है तो यह ब्लीडिंग आपकी चादर को गन्दा कर सकती है।  इसलिए ध्यान रखें की जब भी आप इस दौरान सेक्स करने के मूड में हो तो अलग चादर क बिछा सकते हैं।  
  • सेक्स के बाद सफाई करना न भूलें- पीरियड्स में सेक्स करने के बाद महिलाओं को अपनी साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखना चाहिए। इसलिए संभोग के तुरंत बाद खुद को अच्छे से साफ करें और यदि हो सके तो गुनगुने पानी से नहा ले इससे आपको आराम भी मिलेगा और बीमारियों से बचाव भी मिलेगा। 
  • पुरुष ऐसे करें साफ़ सफाई का ख्याल:- पीरियड्स के दौरान सेक्स करने से यीस्ट इन्फेक्शन (Yeast Infection) के फैलने की सम्भावना अधिक बढ़ जाती है। इसलिए सेक्स करने के पहले और बाद में अपने प्राइवेट पार्ट यानि लिंग को अच्छी तरफ साफ़ करें। खासकर पेनिस के ऊपरी हिस्से पर विशेष ध्यान दें क्योंकि इसमें संक्रमण का खतरा ज्यादा बना रहता है।
  • सेक्स पॉजिशन के दौरान सावधानी बरतें:– पीरियड्स के दौरान सेक्स करते समय सभी पोजीशन को न अपनाए जैसे की वुमन ऑन टॉप(woman-on-top) डॉगी स्टाइल यह पोजीशन आपकी महिला पार्टनर को दिक्क्त में डाल सकती हैं और उन्हें दर्द भी अधिक हो सकता है। 

इसलिये मिशनरी जैसी नार्मल पोजीशन में ही सेक्स करें इसमें महिला अपने पीठ के बल लेटी हुई होती है। इस पोजीशन में सेक्स करने से ब्लीडिंग में भी कमी आती है और महिला को दर्द का आभास भी नहीं होता है। 

ऐसा इसलिए क्योंकि संभोग के दौरान, आपके गर्भाशय की मांसपेशियां सिकुड़ जाती हैं जिससे मासिक धर्म में ऐंठन से कुछ राहत मिलती हैं। ऐसे में आपके ओर्गास्म एंडोर्फिन जारी करते हैं जो आपको अच्छा महसूस कराते हैं।

  • कंडोम पहनना न भूलें:- पीरियड्स में सेक्स कर सकते हैं इसका मतलब यह नहीं कि यह पूरी तरह से सुरक्षित है हालांकि इस दौरान सेक्स करने में संक्रमण का फैलने का सबसे ज़्यादा खतरा होता है।  इसलिए अपनी सेहत के प्रति जागरूक बने और बीमारियों से बचने के लिए कंडोम का इस्तेमाल जरूर करें। 

अंत में यदि आप सेक्स संबधित किसी भी समस्या से परेशान है तो हमें हमारे दिए गए  +919310123344 / +919357738797 / +919781078210 इन नंबरों पर कॉल कर सकते हैं और हमारे  गुप्त रोग विशेषज्ञ के साथ अपॉइंटमेंट बुक करवा सकते हैं ताकि आप उनसे यौन रोग समस्याओं से जुड़ी कोई भी जानकारी या सलाह आसानी से ले पाए।

हम उम्मीद करते हैं कि हमारे द्वारा दी गई जानकारी से आपकी पूरी तरीके से मदद हो पाएगी यदि आपको कोई बीमारी है तो आप शर्म या संकोच ना करें।

यह सिर्फ एक बीमारी है और किसी को भी हो सकती है। हमारा केवल यह ही मुख्य उद्देश्य है कि आप अपनी लाइफ का आनंद लेते रहें और अपनी जिंदगी को खुशियों के साथ जिएं। धन्यवाद 

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